सफेद दाग की समस्या, जानें लक्षण, कारण और उपचार
क्या है सफ़ेद दाग ?
सफ़ेद दाग एक बीमारी है ,यदि इसका इलाज सही समय नहीं किया गया तो ये खतरनाक साबित हो सकता है | सफ़ेद दाग को विटिलिगो (ल्यूकोडर्मा) के नाम से जाना जाता है ,ऐसा मन जाता है की दुनिया की लगभग 2% जन्शंख्या इस रोग से प्रभावित है यदि हम भारत की बात करे तो यह आकड़ा 8% प्रतिशत दर्ज किया गया है | सफ़ेद दाग शरीर के इम्यून सिस्टम में होने वाली गड़बड़ी का एक परिणाम है इस परिस्थिति में त्वचा की रंगत निर्धारित करने वाले मेलेनोसाइट्स नामक सेल्स धीरे-धीरे नष्ट होने लगते हैं,यह बीमारी किसी भी उम्र वाले व्यक्ति को हो सकती है इसकी कोई निश्चित उम्र या सीमा नहीं है | लेकिन विटिलिगो के आधे से अधिक मामलों में यह 20 साल की उम्र से पहले विकसित होता है|
सफ़ेद दाग से होने वाली समस्याएं:-
सफ़ेद दाग जो की एक तरह का त्वचा रोग ,इस बीमारी में त्वचा पर गहरे रंग के दाग और धब्बे हो जाते है |सफेद दाग होना कोई कुष्ठ रोग या वंशानुगत नहीं है| इस बीमारी से ग्रसित रोगी को थोड़ा धैर्य रखने जरूरत होती है क्योंकि इस बीमारी को ठीक होने में थोड़ा वक़्त लगता है | यह रोग पूर्णता तो नहीं पर अस्थाई रूप से छिपाया जा सकता है |यदि माता-पिता इस रोग से ग्रसित है तो बच्चों में इस ऱोग की आशंका बढ़ जाती है लेकिन यह जरूरी नहीं कि इससे पीडि़त हर व्यक्ति की संतान को भी ऐसी समस्या हो।
सफ़ेद दाग के लक्षण:-
सफ़ेद दाग रोग के लक्षण :-त्वचा का रंग सफ़ेद होना ,सफ़ेद त्वचा के साथ -साथ उस जगह के बाल भी सफ़ेद होना ,त्वचा पर खुजली -जलन या हल्का दर्द महसूस होना | शरीर पर सफ़ेद दाग वाली जगह काफी सेंस्टिव होती है गर्म पानी या सूर्य की रोशनी इस जगह पर डालती है |
सफ़ेद दाग को लेकर लोगो की भ्रांतिया
- सफ़ेद दाग को लेकर हमारे समाज लोगो की अनेको धारणाये है,आइये जानते है कुछ ऐसी ही भ्रांतियों के बारे में |
- कुछ लोग इसे लेप्रोसी की सुरुवाती अवस्था का नाम देते है जो की एक दम निराधार बाते हैं |
- कुछ लोग इसे स्किन कैंसर से जोड़ के देखते है, जबकी यह रोग कैंसर से बिलकुल अलग है |
- इस बीमारी से अनजान लोग इस बीमारी को एक संक्रामक रोग समझते है और रोगियों के साथ अछूत जैसा व्यौहार करते है,जो की तकलीफ देने वाली बात है |
- इस बीमारी के बारे में यह भी कहा जाता है की मछली और आम के साथ दूध का सेवन न करे जबकी यह एक तथ्यहीन बात है |
सफेद दाग के लिए उपचार और रोकथाम :-
- यदि आपकी स्किन काफी सेंसटिव है तो आप महकने वाले साबुन या शैम्पू ,परफ्यूम, डियो, हेयर कलर और कीटनाशकों से दूर रहें।
- कई बार इलाज के दौरान दाग चले जाते है और कुछ लोग उपचार बंद कर देते है ऐसे में दाग फिर से उभर कर आ जाते है इसलिए आप डॉक्टर की सलाह ले और उन्ही के कहने पर इलाज बंद करें |
- लोग दाग को छिपाने के लिए उस पर कस्मटिक्स का प्रयोग करते है या फिर टैटू बनवा लेते है ऐसा करने से स्किन इन्फेक्शन हो सकता है और दाग बढ़ सकते है |
- त्वचा की रंगत को वापस लाने के लिए रोगी को शरीर पर एक खास तरह का लेप लगाकर धूप में बैठने को कहा जाता है, इसको फोटोथेरपी भी कहते है|
- स्किन ग्राफ्टिंग के जरिये भी दाग को छिपाया जा सकता है इसमें किसी एक जगह की त्वचा को निकालकर दाग वाले हिस्से पर लगाया जाता है|
- ऐ कुछ तरीके है जिनकी मदद से सुरुवाती दौर में सफ़ेद दाग पर नियंत्रण पाया जा सकता है | इसलिये अगर त्वचा की रंगत में ज़रा भी बदलाव नज़र आए तो तत्काल स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।
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